वेल्डिंग पोजीशन के बारे में
वेल्डिंग प्रक्रिया में वेल्डिंग पोजीशन का विशेष महत्व है। साइट की सुविधाओं के अनुसार अलग-अलग जॉब लोकेशन पर अलग-अलग वेल्डिंग पोजीशन का इस्तेमाल किया जाता है।
अगर आप वेल्डिंग से सम्बंधित कोई कार्य कर रेहे हैं तो आप को वेल्डिंग पोजीशन को जानना बहुत आवश्यक हो जाता है ।
वेल्डिंग पोजीशन
वेल्डिंग पोजीशन एक महत्वपूर्ण मानदंड है जो वेल्ड गुणवत्ता निर्धारित करता है। यह WPS में भी एक विशेष वैरियेबल माना जाता है, यदि हम वेल्डिंग की स्थिति बदलते हैं तो WPS में भी बदलाव की आवश्यकता होती है ।
वेल्डिंग पोजीशन की अवधारणा
पहले वेल्डिंग की स्थिति का कोई विशिष्ट अवधारणा नहीं था , व्यवहार में सीमित वेल्डिंग प्रक्रियाओं के कारण, सभी पदों पर वेल्डिंग संभव नहीं था। अब किसी भी स्थिति में वेल्डिंग करने के लिए आधुनिक तकनीकों का बहुत विकास हुआ है। लेकिन फिर भी, कुछ वेल्डिंग प्रक्रियाएं सभी वेल्डिंग पोजीशन के लिए उपयुक्त नहीं हैं, जबकि कुछ प्रक्रियाओं में, सभी स्थितियों में वेल्डिंग संभव है।
वेल्डिंग पोजीशन के प्रकार
वेल्डिंग में गुणवत्ता लाने के लिए विभिन्न प्रकार के स्तिथियों में विभिन्न प्रकार के पोजीशन में वेल्डिंग प्रक्रिया संपन्न की जाती है ,जो निम्न हैं :-१- फ्लेट वेल्डिंग पोजीशन
२- हरिजेंटल वेल्डिंग पोजीशन
३- वर्टीकल वेल्डिंग पोजीशन
४- ओवर हेड वेल्डिंग पोजीशन
प्लेट्स के लिए वेल्डिंग की स्थिति
A S ME सेक्शन 9 QW 461.3 में ग्रूव वेल्ड पोजीशन फॉर प्लेट्स के बारे में वर्णन है ,यहाँ पर अलग अलग पोजीशन होते हैं जैसे कि 1G,2G,3G, AND 4G।
1G वेल्डिंग स्तिथि (फ्लैट पोजीशन )
1G का अर्थ फ्लेट वेल्ड पोजीशन (इसको डाउन हैण्ड पोजीशन भी कहते हैं )इस पोजीशन में दो प्लेट्स को एक फ्लेट सतह पर रख कर वेल्डिंग संपन्न किया जाता है यह तुलनात्मक रूप से आसान पोजीशन होता है जहाँ पर मोल्टन मेटल को ग्रेविटी के सहायता से, डाउन वर्ड पोजीशन में ड्रा किया जाता है और जॉइंट बनाया जाता है।
2G, हरिजेंटल पोजीशन(क्षैतिज स्थिति)
इसमें २ का अर्थ हरिजेंटल पोजीशन(क्षैतिज स्थिति) और G का मतलब ग्रूव (खांचा युक्त) वेल्ड से हैं,वेल्डिंग संपन्न करने में , फ्लेट वेल्ड पोजीशन से यह पोजीशन थोडा कठिन होता है और इसके लिए एक कुशल वेल्डर की आवश्यकता होती है।यहाँ पर वेल्डिंग का एक्सिस हरिजेंटल प्लेन या फिर लगभग हरिजेंटल प्लेन में होताहै ।
3G वर्टीकल पोजीशन (लंबवत स्थिति)
वर्टीकल पोजीशन में वेल्ड एक्सिस और प्लेट का एक्सिस लंबवत स्थिति में होता है ।वर्वेटीकल वेल्डिंग संपन्न करने के समय फ़ोर्स ऑफ़ ग्रेविटी के कारण मोल्तेंन मेटल डाउनवर्ड डायरेक्शन में ड्रा करना आरम्कभ कर देता है इसके कारण वेल्ड मेटल एक ही जगह पर डिपाजिट होंना शुरू कर देता है।
इसको नियंत्रित करने के लिए अप हिल और डाउन हिल वेर्तिकल पोजीशन में वीव करते हैं ।
4G ओवर हेड पोजीशन
यह पोजीशन तुलनात्मक रूप में कठिन और कम्प्लिकेटेड होता है इसमें वेल्डर को वेल्डिंग जाब के नीचे से संपन्न किया जाता है अर्थात सर के उपर से वेल्डिंग संपन्न किया जाता है।प्लेट्स के फ़िलेट वेल्ड पोजीशन
ASME सेक्शन 9 QW 461.5 के अनुसार प्लेट्स के लिए 1F,2F,3F,AND 4F होते हैं ।1F फ्लेट पोजीशन
यहाँ भी १ का अर्थ समतल तथा F का अर्थ फ़िलेट वेल्ड से है ,अर्थात जहाँ वेल्डिंग के लिए जॉइंट में खांचा न बनाया गया हो ,वह फ़िलेट वेल्ड होता है।फ्लेट वेल्ड पोजीशन में प्लेट की स्तिथि को 45 डिग्री इन्क्लिनेशन दिया जाता है तथा वेल्ड मेटल दिपोजिशन के समय यह डाउनवर्ड डायरेक्शन में ड्रा होता है।
2F हरिजन्तल पोजीशन
यहाँ २ का अर्थ हरिज़ेन्तल और F का अर्थ फिलेट से है ,इस पोजीशन में वेल्ड एक्सिस हरिजन्त्ल पोजीशन में होता है।3F वर्टीकल पोजीशन(ऊर्ध्वाधर स्थिति)
यहाँ पर ३ का अर्थ वर्टीकल सेऔर F का अर्थ फ़िलेट होता है इसमें प्लेट का एक्सिस और वेल्ड एक्सिस वर्टीकल स्थिति में होता हैं और इसको संपन्न करने के लिए अप-हिल और डाउन-हिल दोनों पोजीशंस का प्रयोग किया जाता है।4F ओवर हेड पोजीशन
४ का अर्थ overhead और F का अर्थ फिलेट से है इसमें वेल्ड एक्सिस हरिजन्त्ल प्लेन में लाइ करता है और वेल्डर अंदर से वेल्ड को परफार्म करता है।ग्रूव पाइप वेल्ड पोजीशन
ASME QW 461.4 में पाइप के अलग अलग वेल्डिंग पोजीशन को DESCRIVE करता है ,इसके अनुसार पाइप के लिए निम्न वेल्डिंग पोजीशन होते हैं।
1G वेल्ड पोजीशन
इस पोजीशन में पाइप क्षैतिज स्तिथि में रखा होता है और पाइप को धीरे धीरे घुमा कर वेल्डिंग संपन्न किया जाता है तथा वेल्ड फ्लेट (समतल)होता है अर्थात वेल्डिंग ऑपरेटर का पोजीशन फिक्स होता है और पाइप धीरे धीरे घुमाया जाता है ,यह पोजीशन वेल्डिंग के लिए आसन पोजीशन होता है।2G वेल्डिंग पोजीशन
इसमें पाइप का पोजीशन ऊर्ध्वाधर अक्ष में होता है और वेल्डिंग का पोजीशन क्षैतिज (Horizontal)एक्सिस में होता है इस प्रकार के वेल्डिंग को कम्प्लीट करने के लिए वेल्डर को पीपे के साइड में घूम कर वेल्डिंग करना पड़ता है।5G पोजीशन
यह 1 G के समान होता है किन्तु इस में पाइप फिक्स अवस्था में होता है और पाइप का एक्सिस क्षैतिज अवस्था में होता है इस पोजीशन में वेल्डिंग संपन्न करने के लिए अप हिल और डाउन हिल दोने विधियों का प्रयोग होता है।6G झुकाव स्थिति(Inclined Position)
इस पोजीशन में पाइप का एक्सिस इन्क्लैंड किया गया होता है अर्थात इस ४५ डिग्री झुकाव दिया गया होता है इस पोजीशन में वेल्डिंग संपन्न करने वाले वेल्डर को पाइप के चारो और घूम कर वेल्डिंग करना पड़ता है । इस पोजीशन के लिए कुशल वेल्डर की आवश्यकता होती अहि तथा इस वेल्डिंग को परफार्म करने वाले वेल्डर को आल पोजीशन के लिए क्वालिफाईड माना जाता है।पाइप के लिए फिलेट वेल्डिंग पोजीशन
पाइप के फिलेट वेल्डिंग पोजीशन प्लेट से थोडा भिन्न होते है ASME QW461.6 के अनुसार पाइप फ़िलेट वेल्ड के लिए 1F,2F,2FR,4F,और 5F होते हैं।IF फ्लेट वेल्ड पोजीशन
इसमें प्लेट को और पाइप को ४५ डिग्री इनक्लेंड पोजीशन में रखा जाता है और धीरे धीरे वेल्डिंग के हिसाब से रोटेट होता रहेगा और वेल्डिंग की स्तिथि फिक्स रहेगी अर्थात वेल्डिंग उपर के सतह पर फ्लेट स्तिथि में होती रहेगी।2F पोजीशन
इस स्तिथि में पाइप और प्लेट या पाइप और पाइप को आपस में जोड़ने के लिए वर्टीकल स्तिथि में रखा जाता है यहाँ पर पाइप की स्तिथि फिक्स होती है और वेल्ड का एक्सिस क्षैतिज होते है ,वेल्डर पाइप के चारो तरफ घूम कर वेल्ड संपन्न करता है।2FR पोजीशन
यह पोजीशन 2F से भिन्न होती है यहाँ पर पाइप से पाइप या पाइप से प्लेट का एक्सिस क्षैतिज रहता है और इस जॉइंट को कम्प्लीट करने के लिए पाइप को धीरे धीरे वेल्डिंग के हिसाब से रोटेट किया जाता है और वेल्डर की स्तिथि फिक्स रहती है वह एक साइड से वेल्डिंग करता रहता है।4F ओवर हेड पोजीशन
यह पोजीशन प्लेट के 4F पोजीशन के सामान है इसमें वेल्डर जॉब के नीचे से वेल्डिंग करता है अर्थात वेल्डिंग ओवर हेड पोजीशन में होता है।5Fवेल्डिंग पोजीशन
इस स्थिति में पाइप को क्षैतिज अक्ष में रखा जाता है , तथा यह फिक्स होता है और वेल्डर पाइप के चारो और घूम कर वेल्डिंग करता है।निष्कर्ष वाक्य
इस प्रकार हम देखते हैं कि क्वालिटी वेल्डिंग के लिए वेल्डिंग स्तिथि एक विशेष महत्व रखता है ।
0 Comments